कोलकाता.पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में आज छिटपुट हिंसा के बीच जमकर मतदान हुए. 56 विधानसभा क्षेत्रों के लिए करीब 80 प्रतिशत मतदान हुए. उत्तर बंगाल के छह जिलों और दक्षिण बंगाल के बीरभूम जिले में पहले छह घंटे में कुल 55.28 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले गये.
मालदा के इंग्लिश बाजार विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 96 के सामने माकपा और तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों के बीच झड़प हुई जिसमें तृणमूल के पोलिंग एजेंट सहित दो लोग घायल हो गए. चुनाव आयोग की एक रिपोर्ट के अनुसार आज सुबह बीरभूम जिले के दमरुत गांव में भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच हुए संघर्ष में आठ लोग घायल हो गए. संघर्ष मतदान शुरू होने से पहले सुबह करीब छह बजे हुआ.
पुलिस ने कहा कि दोनों पक्षों के तीन पार्टी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है. सिलीगुडी विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार बाईचुंग भूटिया ने श्रीगुरु विद्यापीठ बूथ पर फर्जी वोट डाले जाने की शिकायत की. इसे लेकर चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करायी गयी. भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान भूटिया माकपा उम्मीदवार सिलीगुडी के मेयर और पूर्व मंत्री अशोक भट्टाचार्य के खिलाफ खड़े हैं.
उत्तर दिनाजपुर जिले के इटाहार विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल प्रत्याशी अमल आचार्य के एक पोलिंग एजेंट को हिरासत में लिया गया है. उस पर डमी इवीएम दिखाकर मतदाताओं को प्रभावित करने का आरोप है. यह घटना इटाहार की कापासिया ग्राम पंचायत के पुरुषोत्तमपुर की है. इस बूथ पर तृणमूल कांग्रेस का एजेंट जमरूद खान बूथ से महज 50 मीटर की दूरी पर एक डमी इवीएम लेकर मतदाताओं को प्रभावित करने का प्रयास कर रहा था. विरोधियों की शिकायत के बाद वह केंद्रीय बलों की नजर में आया और उसे निर्वाचन अधिकारियों ने अपने कब्जे में ले लिया.
वहीं इलामबाजार में छह भाजपा समर्थकों व दो माकपा समर्थकों के साथ मारपीट की खबर है. वहीं इंग्रेज बाजार इलाके में एक तृणमूल समर्थक को एक महिला के साथ वैलेट वॉक्स में खुद वोट देने का आरोप लगा है. इस शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने वहां के प्रिसाइडिंग अधिकारी को हटा दिया है. चुनाव आयोग सूत्रों के मुताबिक शुरुआती दो घंटे में आयोग के पास 250 से ज्यादा शिकायतें आयी है. इसमें से अधिकतर शिकायतें तृणमूल के खिलाफ बूथ कैप्चर व अन्य पार्टी के एजेंटों से मारपीट के अलावा वोटरों को अपने हित में वोट डालने के लिए प्रभावित करने जैसी शिकायतें हैं.
अलिपुरदुआर, जलपाईगुड़ी, दार्जिलिंग, उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर और मालदा एवं दक्षिण बंगाल के बीरभूम में भी 1.2 करोड़ से अधिक मतदाता रविवार को वोट देकर 383 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला कर दिया. इन उम्मीदवारों में 33 महिलाएं भी शामिल हैं. ज्ञात हो कि कुल 13,600 से अधिक मतदान केन्द्रों में से चुनाव आयोग ने 2,909 मतदान केन्द्रों को नाजुक केन्द्र के तौर पर चिह्नित किया था, जहां स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरती गई.