निशिकांत सिंह. पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गोपालगंज-प.चंपारण को जोड़नेवाली गंडक नदी पर निर्मित उच्चस्तरीय पुल के उद्घाटन के अवसर पर एक महती सभा को संबोधित करते हुये कहा कि विकास के मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिये. उन्होंने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग दोहराते हुये कहा कि इससे पूंजी निवेश को बढ़ावा मिलेगा. रोजगार के अवसर सृजित होंगे तथा बिहार का चहुमुखी विकास होगा.
मुख्यमंत्री ने बिहार के विकास के लिये एकजुटता की अपील करते हुये कहा कि बिहार का विकास दर विगत कुछ वर्षों में काफी बेहतर है. राष्ट्रीय औसत से अभी भी बिहार पीछे है तथा बिहार को राष्ट्रीय औसत की प्राप्ति में अभी भी 25 साल लग जायेंगे. इसी परिप्रेक्ष्य में उन्होंने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की अपील की. मुख्यमंत्री ने कहा कि गोपालगंज एवं पश्चिम चम्पारण जिलान्तर्गत विशुनपुर एवं मंगलपुर के बीच गंडक नदी पर पुल के निर्माण से गोपालगंज एवं बेतिया की दूरी कम हो गई. इससे आवागमन सुगम हो जायेगा एवं क्षेत्र की जनता के विकास का मार्ग प्रशस्त होगा. उन्होंने कहा कि दो किलोमीटर लंबी, 548 करोड़ रूपये की लागत वाली पुल का शिलान्यास 2009 में हुआ था. शिलान्यास के बाद मैंने पश्चिमी चम्पारण से विकास यात्रा की शुरूआत की थी. उन्होंने कहा कि सम्पर्क पथ के निर्माण के पश्चात पुल राष्ट्रीय उच्च पथ 28 एवं 54 से जुड़ जायेगा. उन्होंने उदघाटन सत्र की अध्यक्षता कर रहे उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के कार्य की सराहना की एवं कहा कि सड़क के निर्माण कार्य एवं पुल के निर्माण कार्य में और तेजी लायी जायेगी ताकि बिहार के किसी भी हिस्से से पटना पहुंचने में अधिकतम पांच घंटे का समय लगे. उन्होंने कहा कि आवागमन के साधनों में विस्तार होने से बिहार जैसे कृषि प्रधान राज्य में न केवल कृषि संबंधी व्यापारिक कार्यों को बढ़ावा मिलेगा बल्कि रोजगार के अवसर सृजित होंगे तथा बिहार के चहुमुखी विकास का मार्ग प्रशस्त होगा.
इस अनसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार सात निश्चय को पूरा करने के लिये कटिबद्ध है. इसके अन्तर्गत गांव में पक्की सड़क का निर्माण, नाली का निर्माण, विद्युतीकरण, नल का पानी इत्यादि सुनिश्चित किया जाना है. उन्होंने कहा कि 250 व्यक्तियों की आबादी वाले गांव में पक्की सड़क का निर्माण उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है. गांव के विकास से न केवल रोजगार के अवसर सृजित होंगे बल्कि ग्रामीणों को रोजगार की खोज में बाहर नहीं जाना पड़ेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र के गंडक नदी के कटाव से पीडि़त व्यक्तियों का पुनर्वास के लिये विशुनपुर पंचायत में जमीन उपलब्ध करायी जानी है एवं कटाव समस्या के समाधान हेतु जल संसाधन विभाग के अभियंताओं के नेतृत्व में जांच टीम शीघ्र ही पीडि़त क्षेत्रों का दौरा करेगी. उन्होंने कहा कि बिहार के विकास के लिये आवश्यक है कि बिहार को बाजिव हक मिले.
समारोह की अध्यक्षता कर रहे उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व की प्रशंसा करते हुये कहा कि सड़क एवं पुल निर्माण कार्य में और तेजी लायी जायेगी. उक्त अवसर पर प्रधान सचिव पथ निर्माण सुधीर कुमार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया. इस अवसर पर सांसद बेतिया, संजय जायसवाल, सांसद गोपालगंज, जनक राम, विधायक नेमतुल्लाह, विधायक अमरेन्द्र कुमार पाण्डेय, विधायक रामसेवक सिंह, प्रधान सचिव पथ निर्माण सुधीर कुमार, पुल निर्माण निगम के अध्यक्ष विनय कुमार सहित महागठबंधन के कार्यकर्ता एवं नेता भारी संख्या में उपस्थित थे.