इशान दत्त.
देर शाम चंद्रमा के चारों ओर बने घेरे ने लोगों को हैरान कर दिया । लोग छतों पर चढ़कर एक दूसरे से घेरा बनने का कारण जानते रहे। कितने लोग यह नज़ारा देखने के लिए अपना काम छोड़ के अपने घर के छत पर पहुंच गये। दरअसल, शुक्रवार शाम को अंधेरा होते ही चंद्रमा के चारों ओर एक घेरा बन गया ।जिस व्यक्ति की भी नजर चंद्रमा पर पड़ी वह अचंभित हो गया । इस घटना को चंद्रमा प्रभामंडल कहते हैं। वैज्ञानिकों का मानना हैं की यह कोई खगौलिक घटना नहीं हैं।चंद्रमा के चारों ओर रिंग चाँदनी ऊपरी वायुमंडल में बर्फ के क्रिस्टल से ( जो निश्चित रूप से सूर्य के प्रकाश परिलक्षित होता है ) के अपवर्तन के कारण होता है । बर्फ क्रिस्टल का आकार एक रिंग में प्रकाश की एक ध्यान केंद्रित में परिणाम है।दूसरी तरफ अगर देखा जाए तो तारों का प्रकाश एक सर्किल में होने पर ऐसा होता है। ऐसा घेरा कई बार सूर्य के चारों ओर भी बन जाता है। शुरुआत में यह घेरा चाँद के चारो तरफ छोटा और गहरा था , जैसे -जैसे वक़्त बीता घेरा बड़ा होता गया और अंत में गायब हो गया।