बिहार स्थित प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय को विश्व का पहला वि.वि. होने का गौरव प्राप्त है.यहां 10000 छात्र पढते थे और उन्हें पढाने के लिए 1510 आचार्य(शिक्षक) थे.तब वृहतर भारत के अलावा थाईलैंड, कोरिया, तिब्बत, सुमात्रा,श्रीलंका,मंगोलिया सहित समस्त पूर्वी द्वीप समूहों के छात्र यहां ज्ञानार्जन के लिए आते थे.यहां प्रतियोगी परीक्षा की तर्ज पर प्रवेश लिए जाते थे.